Wednesday, August 19, 2009

Tosha ki Original Shayari

Tosha ki Original Shayari


मेरी वफ़ा का चाँद क्यों निकलता नही

Posted: 17 Aug 2009 10:39 PM PDT

 पता नही … यह दिल है या कोई मोहब्बत यह सोच है या कोई सख्सियत वो बेवफा थी या मेरी किस्मत मैं नही ग़रीब तो कहा है मेरी रियासत? एक सोच है…. है कोई भीतर जलता दिया है कोई ज्वाला उधर सुलगता मैं खोजुं या थम जाउन मॅन फसिला न ले सका यह ज़िंदगी है…. मैं भी बहुत साज़दे किए घुट घुट के लम्हे जीए बेवफ़ाई से मौत [...]


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