Tuesday, December 1, 2009

Tosha ki Original Shayari

Tosha ki Original Shayari


Gum mere

Posted: 30 Nov 2009 02:39 PM PST

मुझसे चिपक सा गया है, वो एक साया है मुझे निगल रहा है वो तो माया है मेरी ही परछाई है कभी जुदा होते ना देखा है सुबहा दुगनी शाम चौगनी सिर्फ़ दोपहेर हो सिमटता है अंधेरे में रहेने दो मुझे वो सिर्फ़ काली...

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